पहले पोस्ट पे आप सब की प्रतिक्रियाओं से मेरा हौसला काफी बढ़ा है और मैं प्रेरित होकर आप सब के सामने एक और रचना पेश कर रही हूँ। यह गीत खानदान फिल्म के 'तुम्हीं मेरे मंदिर, तुम्हीं मेरी पूजा, तुम्हीं देवता हो' के धुन पे लिखने की कोशिश की गयी है...आशा है ये प्रयास भी आप सबको पसंद आएगा...
तुम्हीं मेरी मैया अम्बे भवानी,
तुम्हीं प्रेरणा हो तुम्ही प्रेरणा हो
तुम्हीं जिन्दगी माँ,तुम्ही दिल की धड़कन
तुम्हीं साज मेरी तुम्ही सुर की सरगम
तुम्हीं बसी हो गीतों में मेरी,
तुम्हीं गीत मेरी तुम्हीं वंदना हो
मै माटी की हूँ नन्हा सा पुतला,
तुम्हीं प्राण मेरी तुम्हीं चेतना हो
मेरी माँ भवानी छिपी तुम कहाँ हो,
आ जाओ माँ मेरी दर्शन दिखा दो
तुम्हीं मेरी मैया अम्बे भवानी,
तुम्हीं प्रेरणा हो तुम्हीं प्रेरणा हो
कुछ लोग हैं जो भीड़ की आवाज़ बनने में लगे हैं
5 वर्ष पहले