पहले पोस्ट पे आप सब की प्रतिक्रियाओं से मेरा हौसला काफी बढ़ा है और मैं प्रेरित होकर आप सब के सामने एक और रचना पेश कर रही हूँ। यह गीत खानदान फिल्म के 'तुम्हीं मेरे मंदिर, तुम्हीं मेरी पूजा, तुम्हीं देवता हो' के धुन पे लिखने की कोशिश की गयी है...आशा है ये प्रयास भी आप सबको पसंद आएगा...
तुम्हीं मेरी मैया अम्बे भवानी,
तुम्हीं प्रेरणा हो तुम्ही प्रेरणा हो
तुम्हीं जिन्दगी माँ,तुम्ही दिल की धड़कन
तुम्हीं साज मेरी तुम्ही सुर की सरगम
तुम्हीं बसी हो गीतों में मेरी,
तुम्हीं गीत मेरी तुम्हीं वंदना हो
मै माटी की हूँ नन्हा सा पुतला,
तुम्हीं प्राण मेरी तुम्हीं चेतना हो
मेरी माँ भवानी छिपी तुम कहाँ हो,
आ जाओ माँ मेरी दर्शन दिखा दो
तुम्हीं मेरी मैया अम्बे भवानी,
तुम्हीं प्रेरणा हो तुम्हीं प्रेरणा हो
कुछ लोग हैं जो भीड़ की आवाज़ बनने में लगे हैं
5 वर्ष पहले
बहुत ही भावपूर्ण निशब्द कर देने वाली . गहरे भाव.
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया भजन बन गया इस धुन पर.
जवाब देंहटाएंacchi lagi praathanaa....o raayinaa.....kyonki praathanaa hi hamen dikhati hain aayinaa....!!
जवाब देंहटाएं"तुम्हीं जिन्दगी माँ,तुम्ही दिल की धड़कन
जवाब देंहटाएंतुम्हीं साज मेरी तुम्ही सुर की सरगम
तुम्हीं बसी हो गीतों में मेरी,
तुम्हीं गीत मेरी तुम्हीं वंदना हो
मै माटी की हूँ नन्हा सा पुतला,
तुम्हीं प्राण मेरी तुम्हीं चेतना हो"
जय अम्बे....
बहुत सुन्दर पंक्तियाँ बन पड़ी है जी,
शुभकामनाये स्वीकार करे....
bahut hi sundar prastuti ........badhai
जवाब देंहटाएंbahut hi sundar prastuti .......dobara badhai raina ji
जवाब देंहटाएंबढ़िया
जवाब देंहटाएंBahut achha laga maiya ka geet..
जवाब देंहटाएंA sweet song to 'Divin Mothr' by her senstive daughter on behaf of humen world. Saadhuwad.
जवाब देंहटाएंkai baar padha..rochak aur gahraiyon ko saath liya hua aakarahk rachna. Badhaai...